डीमैट होल्डिंग अकाउंट की स्टेटमेंट को समझें और इसे डाउनलोड कैसे करें

अगर आप स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करना चाहते हैं, तो डीमैट होल्डिंग के स्टेटमेंट के बारे में जानना बहुत महत्वपूर्ण है। आइए एक उदाहरण की मदद से इसे समझते हैं। अगर आप किसी बैंक में चेक जमा करना चाहते हैं, तो आप – क्लीयरेंस में लगने वाले समय का पता लगाने के बाद – अपने अकाउंट का स्टेटमेंट चेक करें। इसी प्रकार, जब आप स्टॉक बेचते हैं या खरीदते हैं, तो आपको डीमैट होल्डिंग स्टेटमेंट को देखकर चेक करना होगा कि इसे आपके डीमैट अकाउंट में डेबिट किया गया है या क्रेडिट। लेकिन, आइए पहले हम रीकैप कर लेते हैं कि डीमैट अकाउंट क्या होता है।

डीमैट अकाउंट को समझना

एक बार जब आप शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करने का निर्णय ले लेते हैं उसके बाद, आपको डिपॉजिटरी पार्टिसिपेंट यानी डीपी (DP) के साथ डीमैट अकाउंट खोलना होगा। डीपी (DPs) वे ब्रोकिंग फर्म होती हैं जो नेशनल सिक्योरिटीज़ डिपॉजिटरी लिमिटेड एनएसडीएल (NSDL) या सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज़ (इंडिया) लिमिटेड सीडीएसएल (CDSL) के साथ रजिस्टर्ड होती हैं – ये दोनों ही सभी डीमैट ट्रांज़ैक्शन का रिकॉर्ड रखती हैं। एक डीपी (DP)  के परिप्रेक्ष्य से, आपका डीमैट अकाउंट, क्लाइंट डीमैट अकाउंट या क्लाइंट लाभार्थी अकाउंट के रूप में भी जाना जाता है।

एंजल वन सीडीएसएल (CDSL) के साथ रजिस्टर्ड डीपी (DP)  है। एंजल वन के बारे में अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें।

डीमैट अकाउंट में इक्विटी शेयर, एक्सचेंज ट्रेडेड फंड ईटीएफ (ETFs), म्यूचुअल फंड, बॉन्ड और सरकारी सिक्योरिटीज़ सहित स्टॉक मार्केट इन्वेस्टमेंट की विस्तृत श्रृंखला हो सकती है। डीमैट अकाउंट, आपके शेयरों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से होल्ड करता है, डिजिटल रूप से सुरक्षित ट्रांज़ैक्शन और कम पेपरवर्क की सुविधा प्रदान करता है इस तरह ये धोखाधड़ी, देरी या मानव त्रुटियों की संभावनाओं को दूर करता है।

यहां, आपको याद रखना चाहिए कि डीमैट अकाउंट केवल आपके स्टॉक को होल्ड करता है और स्टॉक मार्केट में ट्रेडिंग शुरू करने के लिए, आपको ट्रेडिंग अकाउंट भी खोलना होगा। ट्रेडिंग अकाउंट आपके बैंक अकाउंट से लिंक होता है। उदाहरण के लिए, अगर आप शेयर खरीदना चाहते हैं, तो खरीद ऑर्डर को आपके ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से प्रोसेस किया जाएगा और इसे आपके डीमैट अकाउंट में क्रेडिट कर दिया जाएगा। खरीदने के शुल्क, बाद में आपके बैंकिंग अकाउंट से काट लिए जाएंगे। फिर आप डीमैट होल्डिंग के स्टेटमेंट में शेयर खरीदने के बारे में चेक कर सकते हैं।

डीमैट होल्डिंग्स

जब आप अपने डीमैट अकाउंट का उपयोग करके शेयर खरीदते हैं और अगर उसी दिन इसे बेचने का आपका कोई इरादा नहीं होता तो उन्हें आपकी होल्डिंग के नाम से जाना जाता है। डीमैट होल्डिंग स्टेटमेंट आपके द्वारा धारित सभी शेयरों का विवरण वैसे ही देती है, जैसे कि एक बैंक स्टेटमेंट, आपके बैंक अकाउंट में एसेट का हिसाब देती है।

डीमैट अकाउंट होल्डिंग स्टेटमेंट को समझना

डीपी (DPs)  कस्टमर और स्टॉक एक्सचेंज के बीच मध्यस्थता की भूमिका को पूरा करने वाले ब्रोकर के रूप में कार्य करता है। क्या होता है, जब भी आप एक खरीद ऑर्डर करते हैं? यह प्रोसेस जटिल है और कई दिनों में और कई चरणों के माध्यम पूरा होता है।

  1. शेयरपहले डीपी (DP)  के पूल अकाउंट में ट्रांसफर किए जाते हैं और वहां से वे क्लाइंट के अकाउंट में ट्रांसफर हो जाते हैं। यह प्रोसेस आमतौर पर T+2 बिज़नेस दिनों के भीतर पूरा हो जाता है, यहां T लेन-देन शुरू करने वाला दिन होता है। हालांकि, सितंबर 07, 2021 दिनांकित सर्कुलर के तहत, एसईबीआई (SEBI) ने वैकल्पिक T+1 सेटलमेंट की भी अनुमति दी है।
  2. आपकेलिंक किए गए बैंक अकाउंट से ही फंड, डीमैट अकाउंट में भेजे जाएंगे। इसलिए, ट्रांज़ैक्शन का भुगतान करने के लिए आपके बैंक अकाउंट में पर्याप्त राशि होनी चाहिए।
  3. शेयरआखिरकार आपके डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर हो जाते हैं। जब आप शेयर को एक दिन से अधिक समय तक अपने अकाउंट में रखते हैं, तो वे इसे होल्डिंग के रूप में दिखाना शुरू कर देते हैं। लेकिन दूसरी ओर अगर आप उन्हें उसी दिन बेच देते हैं, तो उन्हें पोजीशन के रूप में दिखाया जाता है।

लेकिन आप कैसे जानेंगे कि शेयर वास्तव में आपके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिए गए हैं? डीमैट अकाउंट होल्डिंग स्टेटमेंट इसका सबूत है कि शेयरों का स्वामित्व आपको सौंप दिया गया है। हालांकि यह होना स्वाभाविक लग सकता है लेकीन, अक्सर ऐसे मामले सामने आते हैं जहां डीपी (DPs) क्लाइंट को शेयर ट्रांसफर करने के बजाय अपने पूल अकाउंट में रखते हैं। इसलिए आपको, अपने डीमैट होल्डिंग स्टेटमेंट पर निरंतर निगरानी रखने की सलाह दी जाती है। डीमैट अकाउंट होल्डिंग स्टेटमेंट, आपके द्वारा होल्ड किए गए सभी शेयरों, उनकी खरीद की तिथि, उनकी वर्तमान वैल्यू और अन्य संबंधित विवरण का विस्तृत लेखा-जोखा है। डीमैट होल्डिंग स्टेटमेंट, आपको अपने एसेट की साफ़ स्थिति बताने के अलावा, टैक्स के उद्देश्यों के लिए भी प्रासंगिक है।

डीमैट होल्डिंग स्टेटमेंट देखने/डाउनलोड करने के दो तरीके

1. सीधे सेंट्रल डिपॉजिटरी वेबसाइट से

भारत में दो मुख्य केंद्रीय डिपॉजिटरी हैं – सीडीएसएल (CDSL)  और एनएसडीएल (NSDL)। आप सीडीएसएल (CDSL)  या एनएसडीएल (NSDL) की वेबसाइट से सीधे अपनी डीमैट अकाउंट स्टेटमेंट डाउनलोड कर सकते हैं, यह उस राष्ट्रीय डिपॉजिटरी पर निर्भर करता है जिसके साथ आपका डीमैट अकाउंट रजिस्टर्ड है। एनएसडीएल (NSDL)  के साथ रजिस्टर्ड डीमैट अकाउंट में आमतौर पर 14-अंकों का नंबर होता है, जबकि सीडीएसएल (CDSL) के साथ रजिस्टर्ड लोगों के पास 16-अंक का नंबर होता है। बस आवश्यक राष्ट्रीय डिपॉजिटरी की वेबसाइट पर लॉग-इन करें और अपना डीमैट अकाउंट होल्डिंग स्टेटमेंट देखने के लिए अपना डीमैट नंबर दर्ज करें।

अगर आपका डीमैट अकाउंट, एनएसडीएल (NSDL)  के साथ रजिस्टर्ड है तो आप अपनी होल्डिंग देखने के लिए उनकी आईडीईएएस (IDeAS) सर्विस का उपयोग कर सकते हैं। आप इस सर्विस के लिए यहां रजिस्टर कर सकते हैं:

https//eservicesnsdlcom/

अगर आपका अकाउंट सीडीएसएल (CDSL) के साथ है, तो आप अपना स्टेटमेंट देखने के लिए ईएएसआई (Easi) ऑनलाइन सर्विस – जो आईडीईएएस (IDeAS) के समान ही है – का उपयोग कर सकते हैं: https://web।cdslindia।com/myeasi/registration/Easiregistration।

जब आप किसी भी डिपॉजिटरी के साथ रजिस्टर करते हैं, तो आपको ब्रोकिंग फर्म के पास जाने की आवश्यकता नहीं है आप सीधे अपने डीमैट अकाउंट की स्टेटमेंट को एक्सेस कर सकते हैं। आप अपनी होल्डिंग लिस्ट का व्यापक  विश्लेषण करने के लिए अपनी कंसोलिडेटेड अकाउंट स्टेटमेंट सीएएस (CAS) को भी डाउनलोड कर सकते हैं।

2. अपने ब्रोकर के ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करके

जब आप ऑनलाइन डीमैट अकाउंट खोलते हैं, तो आपका ब्रोकर आपको एक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म प्रदान करता है जिसका उपयोग करके आप स्टॉक की ऑनलाइन खरीद और बिक्री करते हैं। आप इस ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करके अपने डीमैट अकाउंट की होल्डिंग स्टेटमेंट भी देख सकते हैं। उदाहरण के लिए, एंजल वन के मामले में, आपको पहले अपनी लॉग-इन आईडी (ID) और पासवर्ड का उपयोग करके एंजल वन ट्रेडिंग वेबसाइट पर लॉग-इन करना होगा। इसके बाद, डैशबोर्ड पर “सुरक्षा होल्डिंग” खुलता है, उसके बाद “रिपोर्ट” पर क्लिक करें। इससे आपके डीमैट अकाउंट की होल्डिंग स्टेटमेंट खुलेगी जिसे  आप जैसे चाहें देख या डाउनलोड कर सकते हैं। चाहे किसी भी डीपी (DPs) के साथ आपका ट्रेडिंग अकाउंट हो आप ऐसी ही प्रक्रिया का पालन कर सकते हैं।

आपको अपनी डीमैट अकाउंट होल्डिंग स्टेटमेंट कब चेक करनी चाहिए?

एसईबीआई (SEBI) के नियमों के अनुसार, दिए गए किसी ट्रेडिंग डे सेशन के दौरान की गई प्रत्येक बिक्री या खरीदारी, T+2 (ट्रांसफर+2 दिन) या T+1 दिनों के बाद इन्वेस्टर के डीमैट अकाउंट में दिखाई देती है। इसका मतलब है कि अगर आपने स्टॉक खरीदा है, तो दो कार्य दिवसों के बाद, किया गया ट्रांसफर आपके अकाउंट में दिखाई देगा। यहां ट्रांसफर में शामिल चरणों को जानना महत्वपूर्ण है:

– सबसे पहले, आप अपने ट्रेडिंग अकाउंट के माध्यम से खरीदारी के लिए ऑर्डर देते हैं

– दूसरा, ब्रोकिंग फर्म को अपने पूल अकाउंट में स्टॉक एक्सचेंज से शेयर प्राप्त होंगे।

– तीसरा, आपके बैंकिंग अकाउंट से फंड क्लियर होगा।

– चौथा, ब्रोकिंग फर्म निर्धारित समय के भीतर आपके डीमैट अकाउंट में शेयर ट्रांसफर करता है।

शेयर ट्रांसफर हो जाने के बाद, यह आपके डीमैट होल्डिंग स्टेटमेंट में दिखाई देगा।

आपके डीमैट होल्डिंग स्टेटमेंट की नियमित निगरानी करने का महत्व

अपने डीमैट होल्डिंग स्टेटमेंट की नियमित रूप से निगरानी करना महत्वपूर्ण है ताकि आप सुनिश्चित कर सकें कि आपके डीमैट अकाउंट में शेयरों को ट्रांसफर किया गया है या नहीं। यह संभव हो सकता है कि शेयर अभी भी ब्रोकिंग फर्म के सामान्य पूल अकाउंट में रखे जा रहे हों और अन्य क्लाइंट की मार्जिन आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे हों। ऐसी स्थिति में, न केवल आपको अपने इन्वेस्टमेंट में नुकसान होने के खतरे का सामना करना पड़ता है बल्कि डिविडेंड, स्टॉक स्प्लिट आदि जैसे कॉर्पोरेट एक्शन से मिलने वाले लाभ भी खोने लगते हैं।

निष्कर्ष:

डीमैट अकाउंट होल्डिंग स्टेटमेंट में, आपके डीमैट अकाउंट में आपके द्वारा होल्ड किए गए सभी शेयर, उनकी वर्तमान वैल्यू के साथ उनको खरीदने की तिथियों का सारांश होता है। यह सुनिश्चित करने के लिए कि आपके द्वारा खरीदे गए शेयरों को वास्तव में आपके डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया गया है या वे कहीं सिस्टम में ही अटके तो नहीं, अपने डीमैट अकाउंट की होल्डिंग स्टेटमेंट की निरंतर निगरानी करना महत्वपूर्ण है। आपके डीमैट अकाउंट की होल्डिंग स्टेटमेंट सबूत है कि उसमें बताए शेयरों का स्वामित्व आपके पास है। यह टैक्स के उद्देश्यों के लिए भी उपयोगी है।

स्टॉक मार्केट में अपनी इन्वेस्टमेंट यात्रा शुरू करते समय, हमेशा एक विश्वसनीय और भरोसेमंद फाइनेंशियल पार्टनर चुनने की सलाह दी जाती है। इनमें 2-इन-1 डीमैट-कम-ट्रेडिंग अकाउंट, डीमैट अकाउंट होल्डिंग स्टेटमेंट पर नियमित ईमेल अपडेट और प्रत्येक ट्रांज़ैक्शन पर एसएमएस (SMS)-आधारित अलर्ट जैसी विशेषताएं देखें। एक विश्वसनीय फाइनेंशियल पार्टनर, अपनी वेबसाइट पर आपके डीमैट अकाउंट की होल्डिंग स्टेटमेंट को आसानी से ऑनलाइन एक्सेस करने की अनुमति देता है, इसके अलावा तुरंत सीएएस (CAS) डाउनलोड करने जैसे लाभ भी प्रदान करता है।